ओउम ऐ ह्रीं सरस्वत्तेय नमः
बसंत पंचमी को माँ सरस्वती की पूजा के पावन पर्व के नाम से भी जाना जाता है .
माँ सरस्वती की आराधना विशेषतः विधार्थियों एवं कला जगत में काम करने वाले व्यक्तियों के लिए विशेष फल दायक मानी गयी है .सरस्वती यन्त्र को पूजा स्थल पर स्थापित कर नियमित उपासना करने से विधार्थियों को विशेष लाभ मिलता है .हर गुरूवार को इस यन्त्र की ३ बार अगरबत्ती से पूजा करने से विधार्थियों की स्मरण शक्ति में भी वृधि होती है .उपरोक्त मंत्र का नियमित २१ बार मंत्र का जप करने से मानसिक दुर्बलता का नाश , एकाग्रता में वृद्धि एवं मानसिक रूप से शांति की प्राप्ति होती है .
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